Jaitun ka Tel | जैतून का तेल | जैतून का तेल लिंग में लगाने के फायदे | Jaitun ka tel ling par lagane se kya hota hai ?

 जैतून का तेल  O

live oil jaitun ka tel

जैतून आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है। आज हर डॉक्टर अच्छे स्वास्थ्य के लिए जैतून के तेल के सेवन की सलाह देते हैं। हृदय रोग हो या फिर ब्लड प्रेशर की समस्या, हर किसी को जैतून का तेल खाने की सलाह दी जाती है।

सामान्यतः आप केवल जैतून तेल के बारे में ही जानते हैं, जैतून वनस्पति के बारे में नहीं। आपको पता होना चाहिए कि जैतून का केवल तेल ही लाभकारी नहीं है बल्कि जैतून के फल, पत्ते, जड़ आदि से भी अनेक बीमारियों को ठीक किया जा सकता है। आइये, जानते हैं कि जैतून के गुणों, लाभों और विभिन्न बीमारियों में उसके प्रयोग के बारे में।

jaitun ka tel


जैतून का तेल स्वाद में कैसा होता है ?

जैतून स्वाद में कसैला होता है और वात तथा पित्त को शान्त करता है। यह रेचक यानी मल को निकालने वाला, शरीर को बल देने वाला और पेशाब लाने वाला होता है। जैतून घावों में पीव यानी पस नहीं बनने देता और रक्त को पतला करता है। जैतून का फल भूख बढ़ाता है, लीवर की समस्याएं दूर करता है। मासिक धर्म लाता है, एक्जिमा रोग को ठीक करता है और प्यास, जलन दूर करने के साथ ही आँखों के लिए भी लाभदायक होता है।

जैतून का तेल के फायदे  | J

aitun ka tel ke fayde 

(Jaitun Benefits and Uses) J

aitun ka tel kis kam mein aata hai ?

आमतौर पर जैतून के तेल (jaitun tel ke fayde) का प्रयोग ही सबसे अधिक प्रचलित है। जैतून का तेल खाया भी जाता है और बालों तथा शरीर में लगाया भी जाता है,कहने का मतलब यह है कि जैतून के तेल के फायदे अनगिनत हैं। जैतून का तेल (Jaitun Ka Tel) लगाए जाने पर बालों के लिए, शरीर की हड्डियों के लिए, नाखूनों के लिए काफी लाभदायक है। इससे बाल झड़ना कम होता है, नाखून चमकदार हो जाते हैं और हड्डियां मजबूत होती हैं, यानि जैतून का तेल बालों के लिए बहुत फायदेमंद हैं। इसलिए नवजात शिशुओं को जैतून तेल से मालिश करने के लिए इस तेल का काफी प्रयोग किया जाता है। फिगारो तेल (Figaro Oil in Hindi) के नाम से शिशुओं के लिए जैतून (jaitun oil) का तेल काफी बिकता है। आयुर्वेद में इसकी और भी ढेर सारे प्रयोगों का वर्णन है। 

यहाँ प्रस्तुत है विभिन्न बीमारियों में जैतून के प्रयोग की विधियांः-


गंजेपन की समस्या में जैतून का प्रयोग फायदेमंद (Use of Olive in Cure Baldness in Hindi)
आज के समय में बालों का झड़ना एक आम समस्या है। बाल अधिक तेजी से झड़ते हैं तो गंजापन की समस्या आ जाती है। ऐसे में जैतून का प्रयोग गंजोपन की परेशानी को ठीक करता है। जैतून के कच्चे फलों को जलाकर उसकी राख में शहद मिला लें। इसे सिर में लगाने से सिर के गंजेपन तथा सिर में होने वाली फुन्सियों की समस्या में लाभ होता है।

कान के दर्द में जैतून के उपयोग से लाभ (Olive Benefits in Treating Ear Problems in Hindi)
कानों का दर्द बच्चों को होने वाली एक आम बीमारी है। 5 मिली जैतून के पत्तों के रस को गुनगुना करके उसमें शहद मिला लें। इसमें 1-2 बूंद कान में डालने से कान का दर्द दूर (zaitun oil benefits) होता है।

मुँह के रोग में जैतून से फायदा (Benefits of Olive in Mouth Ulcers Treatment in Hindi)
जैतून के कच्चे फलों को पानी में पकाकर उसका काढ़ा बना लें। इस काढ़े से गरारा करने पर दांतों तथा मसूड़ों के रोग ठीक होते हैं। इससे मुंह के छाले भी मिटते हैं।

जैतून से सर्दी-खाँसी का इलाज (Olive Cures Cough & Cold in Hindi)
जैतून के तेल (jaitun oil) को छाती पर मलने से सर्दी, खांसी तथा कफ के कारण होने वाली अन्य समस्याएं ठीक होती हैं।

पेचिश में लाभकारी है जैतून का प्रयोग (Olive Benefits to Stop Dysentery in Hindi)
जैतून के पत्तों को पीसकर जौ के आटे में मिला लें। इसमें कुछ पानी डालकर नाभि पर लेप करने से बारंबार होने वाले दस्त बंद हो जाते हैं।

जैतून के इस्तेमाल से मूत्र रोग (पेशाब से जुड़ी समस्याएं) में लाभ (Olive Helps in Urine Problems in Hindi)
पेशाब यदि खुल कर न आता हो या फिर पेशाब करने में जलन या फिर दर्द होता हो तो जैतून के पत्तों का काढ़ा काफी लाभकारी होता है। 5-10 मि.ली. काढ़ा प्रतिदिन पीने से पेशाब की सभी प्रकार की कठिनाइयों में लाभ (zaitun oil benefits) होता है। इससे मधुमेह भी ठीक होता है।

जोड़ों के दर्द में फायदेमंद है जैतून तेल का उपयोग (Olive Relieves from Joint Pain in Hindi)
जैतून का तेल (jaitun oil) वात से होने वाली बीमारियों में भी काफी प्रभावकारी है। वात की बीमारियां साधारणतः जोड़ों के दर्द की होती हैं। जैतून की जड़ को पीसकर जोड़ों पर लगाने से आमवात यानी कि गठिया की बीमारी में लाभ होता है। जैतून के बीज के तेल (jaitun tel) को लगाने से गठिया तथा जोड़ों का दर्द ठीक होता है।

चर्म रोगों में प्रभावी है जैतून का उपयोग (Benefits of Olive in Skin Problems in Hindi)

जैतून चर्म रोगों और चेहरे के दाग-धब्बों को मिटाने में काफी प्रभावकारी है।

जैतून के कच्चे फलों को पीसकर लगाने से चेचक और दूसरे फोड़े-फुन्सियों के निशान मिटते हैं।

जैतून के पत्तों को पीसकर लेप करने से पित्ती, खुजली और दाद में लाभ होता है।

अगर शरीर का कोई भी भाग आग से जल जाय तो कच्चे जैतून के फलों को पीसकर लगाने से छाला नहीं पड़ता।

जैतून के वृक्ष से मिलने वाले गोंद को दाद पर लगाने से दाद ठीक होती है।

पसीने की बदबू मिटाए जैतून का प्रयोग (Olive Removes Sweat Odor in Hindi)

जंगली जैतून के पत्तों को सुखाकर पीस लें। इस पाउडर को शरीर पर मलने से पसीना आना कम होता है और पसीने के कारण होने वाली दुर्गन्ध दूर होती है।

इसके अलावा जैतून का तेल (jaitun ka tel) कोलेस्ट्रॉल कम करता है और इसलिए हृदय के लिए अच्छा माना जाता है। उच्च रक्तचाप को कम करता है और मधुमेह में भी लाभकारी है।

वजन कम करने में फायदेमंद जैतून का तेल (Olive Oil Beneficial for Weight loss in Hindi)

वजन कम करने के लिए मेटाबोलिज्म का ठीक होना ज्यादा जरुरी होता है। जैतून में कुछ ऐसे गुण पाए जाते हैं जो कि मेटाबोलिज्म को बढ़ाकर कर वजन कम करने में मदद करते हैं।

हड्डियों को मजबूत बनायें जैतून (Olive Beneficial for Strong Bones in Hindi)

एक रिसर्च के अनुसार जैतून में उचित मात्रा में कैल्शियम पाए जाने के कारण यह हड्डियों के लिए बहुत लाभदायक होता है।

सूजन दूर करने में लाभकारी जैतून (Olive Oil Beneficial to Treat Inflammation in Hindi)

एक रिसर्च के अनुसार जैतून में एंटी इन्फ्लामेटरी गुण पाए जाते है। इसलिए यह सूजन आदि को दूर करने में भी सहयोगी होता है।

कैंसररोधी गुणकारी जैतून का तेल (Olive Oil Beneficial to Treat Cancer in Hindi)

एक रिसर्च के अनुसार जैतून में कैंसर को दबाने वाले कुछ गुण पाए जाते हैं। इसलिए ये कैंसर में भी उपयोगी होता है।

जैतून के इस्तेमाल की मात्रा (How Much to Consume Olive)

क्वाथ 5-10 मिली। स्वरस 1-2 बूंद। चिकित्सक के परामर्शानुसार।

जैतून के इस्तेमाल का तरीका (How to Use Olive)

पत्र, तेल, फल तथा छाल।


जैतून का तेल लिंग पर लगाने से क्या होता है ?


jaitun ka tel ling par lagane se kya hota hai ?


जैतून का तेल लिंग पर लगाने से लिंग की साइज बढ़ती है और लगाने के बाद ३ से ४ घंटे तक रखे और फिर लिंग को ठीक से साफ कर ले ाकि गीलापन न रह।  तेल लगते समय मालिश करे तो और बेहतर है। 

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