अजीनोमोटो Ajinomoto क्या है ?
Ajinomoto and its side effects in hindi अजीनोमोटो का रासायनिक नाम है “सोडियम मोनो ग्लूटामेट” । यह एक कार्बनिक यौगिक है। आजकल मिलने वाला अजीनोमोटो पूर्णतया संस्लेषित (कृत्रिम) रसायन है। जापान व चीन मे यह प्राचीन काल मे वनस्पतियों से निकाला जाता था, ऐसा सुना है। जापान के एक वैज्ञानिक ने सबसे पहले इसका कृत्रिम रूप तैयार किया था।
Image Source : Google
बेस्वाद खाने को टेस्टी बनाने के लिये अजिनोमोटो एक साल्ट है जो हमारे जीभ को चकमा देती है जिससे खराब खाना भी स्वादिष्ट लगता है ये हमारे तंत्रिका तंत्र को कमजोर करता है और ये घातक है.
इसका उपयोग खाद्य पदार्थों मे करने पर यह खाने वाले की जीभ की स्वाद ग्रंथियों ( कलिकाओं) को उत्तेजित कर देता है, जिस कारण खाने का स्वाद बढ जाता है। इसी लिए अनेक बाजार के खाद्य पदार्थ विशेषत: चायनीज़, चिप्स, कुरकुरे इत्यादि हमे बहुत स्वादिष्ट लगते हैं।
लेकिन लगातार इसे खाना स्वास्थ्य के लिऐ हानिकारक है।
जापानी जैव रसायनज्ञ किकुनाए एकेडा ने 1909 में अजीनोमोटो की खोज की . इसके टेस्ट यानि स्वाद को उन्होंने मामी के रूप में पहचाना मतलब सुखद स्वाद के रूप में . इसका इस्तेमाल कई जापानी सूप में होता है . थोडा नमक के जैसा इसका स्वाद होता है . यह चमकीले छोटे क्रिस्टल की भांति दिखाई देते है . एमिनो एसिड अजीनोमोटो में पाया जाता है . यह एक Veg Material है . यह एक TradeMark Product है जिसे Originally मानी Japanese Company द्वारा बनाया गया है . इसका सीमित मात्रा में सेवन करना सुरक्षित है परन्तु अत्यधिक मात्रा में उपयोग करने से इसका सेवन हानिकारक है . इसे जिस फ़ूड में डाला जाता है ये उसका स्वाद बढ़ा देता है
अजीनोमोटो Ajinomoto का उपयोग [Use of Ajinomoto]
- चायनीज खाने में विशेष रूप से अजीनोमोटो का उपयोग किया जाता है . इसका उपयोग करके लोग खाने को स्वादिष्ट बनाते है .
- इसका इस्तेमाल सुरक्षित माना गया है , अपितु इसके आस पास कुछ गलतफहमी भी पनप रही है जो की वैज्ञानिक रूप से अभी प्रमाणित नहीं हो पाई है . सब्जियों के मसाले में इसका उपयोग किया जाता है .
- 1908 में यह एक ब्रांड के रूप में व्यवसायिक तौर पर आया. किन्तु आज दुनिया में हर खाने को स्वादिष्ट बनाने में प्रयोग में लिया जाता है .
- इसका इस्तेमाल चायनीज खाने जैसे नुडल्स , सूप आदि कई प्रकार के खाने में किया जाता है .
अजीनोमोटो के नुकसान [Ajinomoto health Effects]
पहले इसका उपयोग केवल चीन में रसोई में होता था , पर धीरे धीरे हम सभी के घरो में इसका उपयोग होना शुरू हो गया है और एक अच्छी पैठ बना चूका है . हम 2 मिनट में नुडल्स बनाकर अपने समय बचाने के चक्कर में खाते है उनमे ये पाया गया है की ये धीरे धीरे हमारे शरीर को हानि पहुचाता है . और इससे हमारे शरीर में साइड इफ़ेक्ट होने लगता है .
- इसका सेवन करने से शरीर में इन्सुलिन की मात्रा बढ़ जाती है . और इसके सेवन से रक्त में ग्लूटामेट का स्तर बढ़ जाता है . जसी वजह से शरीर पर काफी गम्भीर प्रभाव पड़ता है .
- ये एक नशे की तरह कार्य करता है . एक बार इसे खा लेते हो तो बार बार खाने का जी चाहता है और इसे खाने से नुकसान होता है .
- एमएसजी को एक धीमा हत्यारा कहना गलत नहीं है क्योंकि ये आँखों की रेटिना को नुकसान पहुचाता है साथ ही ये थायराईट और केंसर जैसे रोगों के लक्षण पैदा कर सकता है .
अजीनोमोटो से होने वाली हानि [Ajinimoto Demerit]
अजीनोमोटो का उपयोग करना हमारे लिए नुकसानदेय है।
- माइग्रेन : अजीनोमोटो का रोजाना सेवन करने से हमारे आधे सिर में हल्का हल्का दर्द होने लगता है . जिसको हम माइग्रेन अथवा अधकपाली भी कहते है .
- तंत्रिका पर प्रभाव : ये तंत्रिका को प्रेरित कर उसमे असंतुलन पैदा कर सकती है . इस वजह से शरीर में झनझुनी और गर्दन में खिचाव या अकडन होने लगती है . अजीनोमोटो ( Ajinomoto ) के सेवन से अल्झाइमर, हन्तिन्ग्तिओन और पार्किन्सन , मल्टीपल स्क्लेरोसिस जैसी लक्षण पैदा होने लगते है . ये एक न्युरोत्रन्स्मित्टर है जो अनिद्रा जैसे विकारो के भी लक्षण पैदा कर सकते है .
- बच्चो के हानिकारक : बच्चो को अजीनोमोटो युक्त खाध्य पदार्थो से दूर रखना चाहिए . इसका प्रभाव अलग अलग व्यक्ति पर अलग अलग तरीके से होता है . अगर किसी व्यक्ति में इसका प्रभाव नहीं पड़ता है तो वो इसका उपयोग कर सकता है .
- बांझपन : गर्भवती महिलाओ का इसका उपयोग बिलकुल भी नहीं करना चाहिए क्योंकि ये बच्चे और महिला के बीच भोजन आपूर्ति में बाधक बन सकता है . इसके साथ साथ मस्तिष्क के न्यूरोस पर भी बुरा प्रभाव डालता है . यह शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ा देता है जिस वजह से रक्तचाप बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है . साथ ही पैरो में सुजन की समस्या होने लगती है .
- सीने में दर्द : अजीनोमोटो का उपयोग करने से अचानक सीने में दर्द , धडकन का बढ़ जाना और ह्रदय की मांसपेशियों में खिंचाव होने लगता है .
- मोटापा बढ़ना : एमएसजी के अधिक सेवन से मोटापे के बढ़ने का खतरा हमेशा बना रहता है . हमारे शरीर में मौजूद लेप्टिन हार्मोन , हमें भोजन के अधिक सेवन को रोकने के लिए हमारे मस्तिष्क को संकेत देते है . अजीनोमोटोके सेवन से ये प्रभावित हो सकता है जिस वजह से हम ज्यादा भोजन कर जल्द ही मोटापे से ग्रस्त हो सकते है
- दृष्टि कमज़ोर बना सकता है।
- ठंड लगने और कम्पन्न की समस्या हो सकती है।
- ह्रदय चाप में वृद्धि ला सकता है।
- सिर दर्द / माइग्रेन की तकलीफ हो सकती है।
- सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
- चक्कर आना और उल्टी हो सकती है।
- छाती, कमर और गर्दन में दर्द की शिकायत हो सकती है।
अजीनोमोटो के लाभ [Benefits of Ajinomoto]
टमाटर , समुद्री मछलियों , पनीर और मशरूम जैसे खाध्य पदार्थो में प्राकृतिक रूप से ग्लूटामेट पाया जाता है . जिससे इसमें अलग इस्तेमाल नहीं किया जाता और यह हानिकारक भी नहीं होता है . अगर किसी व्यक्ति को अजीनोमोटो खाने में कोई परेशानी नहीं होती है मतलब उसे कोई समस्या नहीं होती है और स्वस्थ है तो वो इसे खा सकता है ।